भोजपुरी सिनेमा के सुपरस्टार पवन सिंह हर बार की तरह इस बार भी छठ महापर्व पर अपने फैंस के लिए एक नया तोहफा लेकर आए हैं।
Chhath 2025 के मौके पर उनका नया गीत “घाटे चलले मोदी-नीतीश” रिलीज होते ही इंटरनेट पर ट्रेंड करने लगा है।
गाने का नाम जितना यूनिक है, उसका थीम उतना ही दिलचस्प। यह गीत न केवल छठ के पारंपरिक भाव से जुड़ा है, बल्कि इसमें बिहार की राजनीतिक झलक भी देखने को मिलती है।
गाने की थीम और कहानी :
छठ पूजा को भारत के सबसे पवित्र पर्वों में गिना जाता है, खासकर बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश में इसका विशेष महत्व है।
इसी भावना को पवन सिंह ने अपने नए गीत में राजनीतिक रंग के साथ जोड़ा है।
गीत के बोल “घाटे चलले मोदी-नीतीश” लोकभाषा में बेहद सरल लेकिन असरदार हैं — जो यह दर्शाते हैं कि लोक गीत अब सिर्फ भक्ति या प्रेम तक सीमित नहीं, बल्कि आम जनता की राजनीति से भी जुड़े हुए हैं।
पवन सिंह के इस गाने में छठी मैया की आराधना, राजनीति की हल्की व्यंग्यात्मक झलक और लोक संस्कृति का मिश्रण दिखाई देता है।
लिरिक्स और वीडियो दोनों ही इस तरह से बनाए गए हैं कि दर्शक इसे बार-बार सुनना पसंद कर रहे हैं।
यूट्यूब पर गाने का धमाका :
रिलीज के कुछ ही घंटों में यह गीत यूट्यूब पर ट्रेंड करने लगा।
वीडियो को लाखों व्यूज़ और हजारों कमेंट्स मिल चुके हैं।
फैंस ने पवन सिंह की आवाज़ और गाने के कॉन्सेप्ट की तारीफ करते हुए लिखा —
“भोजपुरी में अब हर त्योहार का सबसे बड़ा चेहरा पवन सिंह ही हैं।”
इस गाने को देखकर साफ है कि पवन सिंह के पास जनता की नब्ज़ पहचानने की कला है।
उनका यह गीत न केवल छठ पूजा के माहौल को जीवंत करता है, बल्कि लोगों को सोचने पर भी मजबूर करता है कि कैसे लोक संस्कृति और राजनीति एक साथ कदम मिला सकती हैं।
गीत का निर्माण और संगीत टीम :
गाने का म्यूज़िक पारंपरिक छठ गीतों की धुन पर आधारित है, जिसमें आधुनिक बीट्स और ढोल-मंजीरा का सुरीला मेल है।
गीत को भोजपुरी संगीत के जाने-माने कंपोज़र ने तैयार किया है, जबकि वीडियो शूट में घाट, पूजा की तैयारियाँ और लोक संस्कृति के दृश्य दिखाए गए हैं।
पवन सिंह की अदाकारी और आवाज़ दोनों ही इस गाने को जीवंत बना देते हैं।
गीत का फिल्मांकन बिहार के असली घाटों पर किया गया है, जिससे इसकी प्रामाणिकता और बढ़ जाती है।
गाने में ग्रामीण महिलाओं की पूजा, सूर्य को अर्घ्य देने के दृश्य और लोक रिवाजों को खूबसूरती से पेश किया गया है।
छठ पर्व और भोजपुरी संगीत का रिश्ता :
छठ पर्व हमेशा से भोजपुरी संगीत का सबसे बड़ा अवसर रहा है।
हर साल इस मौके पर दर्जनों गाने रिलीज होते हैं, लेकिन उनमें से कुछ ही ऐसे होते हैं जो दर्शकों के दिलों में जगह बना पाते हैं।
“घाटे चलले मोदी-नीतीश” उन्हीं में से एक है।
पवन सिंह ने एक बार फिर यह साबित किया है कि वो सिर्फ एक गायक नहीं, बल्कि एक ब्रांड बन चुके हैं।
उनकी आवाज़ में लोक की आत्मा बसती है, और यही कारण है कि उनके गीत हर वर्ग के लोगों तक पहुँच जाते हैं — चाहे वो गाँव का किसान हो या शहर का प्रोफेशनल।
सोशल मीडिया पर फैंस की प्रतिक्रियाएँ :
पवन सिंह हर साल छठ पर कुछ अलग लेकर आते हैं, लेकिन इस बार तो उन्होंने कमाल कर दिया।
कुछ लोगों ने इसे “राजनीति और आस्था का परफेक्ट कॉम्बिनेशन” बताया है।
वहीं कई दर्शक इसे छठ 2025 का सबसे पॉपुलर भोजपुरी गीत कह रहे हैं।


