भारत की सबसे भव्य फिल्मों में से एक Baahubali आज फिर चर्चा में है। निर्देशक एस.एस. राजामौली ने इस फिल्म का नया वर्जन ‘Baahubali: The Epic’ थिएटर में रिलीज किया है। लेकिन सोशल मीडिया पर फैंस का ध्यान एक ही बात पर अटका हुआ है – आखिर तमन्ना भाटिया के मशहूर गाने को फिल्म से क्यों हटा दिया गया?
अब खुद राजामौली ने इस पर चुप्पी तोड़ते हुए बड़ा बयान दिया है।
Baahubali: The Epic क्या है?
‘Baahubali: The Epic’ दरअसल Baahubali: The Beginning (2015) और Baahubali 2: The Conclusion (2017) दोनों फिल्मों का एक नया री-एडिटेड और री-मास्टरड वर्जन है।
इस वर्जन को ऐसे एडिट किया गया है कि दोनों फिल्मों की कहानी एक साथ, बिना ब्रेक के, एक ही सिनेमाई सफर के रूप में देखी जा सके।
राजामौली ने कहा था कि यह एडिशन केवल तकनीकी सुधार के लिए नहीं है, बल्कि इसका उद्देश्य दर्शकों को एक “फुल सिनेमैटिक एक्सपीरियंस” देना है — जैसे किसी महाकाव्य (epic) को एक सांस में पढ़ना।
तमन्ना भाटिया का गाना क्यों हटाया गया?
तमन्ना भाटिया ने फिल्म में अवंतिका का किरदार निभाया था।
उनके और प्रभास (शिवुडु/बाहुबली) के बीच की लव स्टोरी दर्शकों को बेहद पसंद आई थी।
फिल्म में उनका गाना “Pacha Bottesina” काफी लोकप्रिय हुआ था।
लेकिन जब Baahubali: The Epic रिलीज हुआ, तो फैंस ने नोटिस किया कि यह गाना अब फिल्म में नहीं है।
राजामौली ने स्पष्ट किया कि यह फैसला हल्के में नहीं लिया गया।
उनके मुताबिक –
“हमने ‘Baahubali: The Epic’ को एक कहानी-केंद्रित अनुभव के रूप में डिजाइन किया है।
पुराने वर्जन में कुछ गाने और रोमांटिक हिस्से सुंदर थे, लेकिन वे मुख्य कथा से ध्यान भटका रहे थे।
इसलिए हमें कुछ सीन, गाने और मोंटाज हटाने पड़े।”
फिल्म की लंबाई थी सबसे बड़ी चुनौती :
राजामौली के अनुसार, जब दोनों फिल्मों को जोड़कर एक साथ एडिट किया गया, तो पूरी फिल्म की लंबाई लगभग 5 घंटे 27 मिनट थी।
इतनी लंबी फिल्म थिएटर में रिलीज करना न तो व्यावहारिक था और न ही दर्शकों के लिए आरामदायक।
इसलिए उन्होंने कई चरणों में एडिट कर इसे 3 घंटे 43 मिनट का बनाया।
इस प्रक्रिया में टीम ने कई डुप्लीकेट शॉट्स, सीन और गाने हटाए।
“Pacha Bottesina” सहित कुछ अन्य गाने भी इस वजह से बाहर किए गए ताकि कहानी का प्रवाह (narrative flow) लगातार बना रहे।
राजामौली की सोच: “कहानी ही असली हीरो है”
राजामौली ने कहा कि Baahubali के इस वर्जन में वह सिर्फ कहानी को ही असली नायक (hero) बनाना चाहते थे।
उनका मानना है कि फुल म्यूज़िकल फॉर्मेट से बाहर निकलकर जब कहानी सीधे भावनाओं और ड्रामा पर केंद्रित होती है, तो उसका असर ज्यादा गहरा होता है।
उनके शब्दों में:
“सिनेमा का मूल तत्व है भावना और संघर्ष।
इस वर्जन में हमने यही कोशिश की है कि दर्शक बाहुबली की यात्रा को बिना किसी रुकावट के महसूस करें।”
फैंस की प्रतिक्रिया :
फैंस के बीच इस फैसले को लेकर मिले-जुले रिएक्शन देखने को मिल रहे हैं।
कुछ लोग राजामौली के निर्णय की तारीफ कर रहे हैं कि उन्होंने फिल्म को और मजबूत कहानी दी,
वहीं कुछ दर्शक तमन्ना के गाने को हटाने से निराश हैं।
सोशल मीडिया पर कई यूज़र्स ने लिखा कि गाना हटने से अवंतिका और शिवुडु के रिश्ते का विकास थोड़ा अधूरा लग रहा है।
दूसरी ओर, कुछ दर्शकों का कहना है कि कहानी अब ज्यादा तीव्र और प्रवाहमयी लगती है।
Baahubali: The Epic – नया अनुभव, नई भावना
नए वर्जन में केवल एडिटिंग ही नहीं, बल्कि विजुअल क्वालिटी, बैकग्राउंड साउंड, कलर ग्रेडिंग और VFX को भी अपग्रेड किया गया है।
राजामौली और उनकी टीम ने पुराने फुटेज को फिर से प्रोसेस कर 4K HDR क्वालिटी में रीमास्टर किया है।
फिल्म के हर फ्रेम को डिजिटल रूप से साफ और उन्नत बनाया गया है ताकि यह बड़े पर्दे पर पहले से भी ज्यादा शानदार लगे।
क्या यह वर्जन भविष्य का ट्रेंड तय करेगा?
फिल्म इंडस्ट्री में हाल के समय में पुराने ब्लॉकबस्टर्स के “री-एडिटेड कट” या “डायरेक्टर कट” पेश करने का चलन बढ़ा है।
राजामौली का यह कदम इस दिशा में एक बड़ा उदाहरण माना जा सकता है।
‘Baahubali: The Epic’ दर्शाता है कि कैसे एक पुरानी फिल्म भी नई दृष्टि के साथ दोबारा पेश की जा सकती है —
जहां कहानी पहले से ज्यादा सटीक और दर्शक-केंद्रित लगे।
निष्कर्ष: कहानी पर फोकस, भावना पर असर
तमन्ना भाटिया का गाना हटाया जाना एक बोल्ड कदम है, लेकिन इसके पीछे की सोच समझदारी भरी है।
राजामौली ने यह साबित किया कि एक डायरेक्टर का काम सिर्फ मनोरंजन दिखाना नहीं, बल्कि कहानी की आत्मा को सही दिशा देना भी है।
‘Baahubali: The Epic’ केवल एक रीमास्टर नहीं, बल्कि यह उस विज़न का प्रतीक है
जो भारतीय सिनेमा को विश्वस्तर पर अलग पहचान देता है।
चाहे गाना हो या किरदार, जब कहानी मजबूत हो, तो हर बदलाव नया अर्थ पैदा करता है।


