भोजपुरी सिनेमा के सुपरस्टार पवन सिंह और उनकी पत्नी ज्योति सिंह के बीच चल रहा विवाद अब सोशल मीडिया से लेकर राजनीतिक गलियारों तक चर्चा का विषय बन चुका है।
लखनऊ में अपने ही घर में घुसने से रोके जाने के बाद ज्योति सिंह ने खुलेआम इंसाफ की गुहार लगाई। मामला इतना बढ़ गया कि इसमें बीजेपी नेता और पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह तक को बयान देना पड़ा।
क्या है पूरा मामला?
तीन दिन पहले ज्योति सिंह लखनऊ स्थित पवन सिंह के घर पहुंचीं। मीडिया के सामने उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें अपने ही पति के घर में एंट्री नहीं दी जा रही है। ज्योति ने कहा कि अब वे थक चुकी हैं और उन्हें समाज तथा नेताओं से न्याय की उम्मीद है।
उन्होंने कहा —
“मैं क्या कर सकती हूँ, जब मुझे अपने ही घर में घुसने नहीं दिया जा रहा है? मैंने कानून का रास्ता अपनाया है, अब बस इंसाफ चाहिए।”
बृजभूषण शरण सिंह का जवाब :
जब यह विवाद बढ़ा तो बीजेपी नेता बृजभूषण शरण सिंह से भी इस पर सवाल पूछा गया। उन्होंने साफ कहा कि यह एक पारिवारिक विवाद है और फिलहाल मामला अदालत में विचाराधीन है।
बृजभूषण ने कहा —
“जब कोर्ट में प्रकरण चल रहा है, एक बलिया में और एक बिहार में, तो ऐसे में बृजभूषण सिंह या कोई और क्या कर सकता है? जो कोर्ट तय करेगी, वही अंतिम फैसला होगा।”
उन्होंने यह भी जोड़ा कि इस मामले में किसी बाहरी व्यक्ति या नेता की दखल संभव नहीं है, क्योंकि कानून अपनी प्रक्रिया में है।
पवन सिंह और ज्योति सिंह के बीच आरोप-प्रत्यारोप
इस विवाद के बाद दोनों तरफ से बयानबाज़ी तेज हो गई है।
ज्योति सिंह ने पवन सिंह पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं —
उन्होंने दावा किया कि पवन सिंह उन्हें गर्भपात की दवाइयाँ देते थे।
ज्योति के मुताबिक, जब उन्होंने विरोध किया तो उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया।
उन्होंने यह भी बताया कि तनाव में उन्होंने नींद की गोलियाँ तक खा ली थीं।
दूसरी ओर, पवन सिंह ने इन आरोपों को पूरी तरह झूठा और भ्रामक बताया है। उन्होंने कहा कि यह मामला अब कानूनी रूप से सुलझाया जाएगा, और वे किसी के खिलाफ मीडिया ट्रायल में शामिल नहीं होना चाहते।
पवन सिंह को मिली Y-Category सुरक्षा
इस पूरे विवाद के बीच पवन सिंह को वाई श्रेणी की सुरक्षा मिलना भी चर्चा का कारण बना। सुरक्षा के तहत उन्हें 11 सशस्त्र जवानों की सुरक्षा दी गई है।
हालांकि, इस सुरक्षा को लेकर भी सोशल मीडिया पर कई तरह की चर्चाएँ शुरू हो गई हैं।
बृजभूषण सिंह ने इस पर कहा —
“सुरक्षा व्यवस्था सरकार की जिम्मेदारी होती है। इसका पारिवारिक विवाद से कोई लेना-देना नहीं है।”
राजनीति का तड़का — चुनाव और प्रशांत किशोर से मुलाकात
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ज्योति सिंह ने हाल ही में प्रशांत किशोर से भी मुलाकात की थी। उन्होंने कहा कि वे अपने जैसी महिलाओं के लिए आवाज़ उठाना चाहती हैं, जिन्हें समाज में अक्सर चुप करा दिया जाता है।
इस मुलाकात के बाद यह अटकलें तेज हो गईं कि ज्योति सिंह बिहार विधानसभा चुनाव में उतर सकती हैं। हालांकि, प्रशांत किशोर ने कहा कि “वे किसी पारिवारिक विवाद में शामिल नहीं हैं, और टिकट देना या न देना पार्टी की नीतियों पर निर्भर करता है।”
दूसरी ओर, पवन सिंह ने अपने सोशल मीडिया पर लिखा
“मैं अब राजनीति में नहीं रहना चाहता। यह समय अपने परिवार और अपने करियर को समर्पित करने का है।” इस बयान के साथ उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि वे चुनाव नहीं लड़ेंगे।
जनता की प्रतिक्रिया: सोशल मीडिया पर बंटे लोग
पवन सिंह और ज्योति सिंह के विवाद ने सोशल मीडिया पर लोगों को दो खेमों में बाँट दिया है। जहाँ कुछ लोग ज्योति सिंह के समर्थन में आवाज़ उठा रहे हैं, वहीं कई फैंस का कहना है कि इस विवाद को मीडिया से दूर अदालत में सुलझाना चाहिए।
क्या है आगे का रास्ता?
इस समय यह मामला अदालत में है।
दोनों पक्षों के वकीलों ने अपने-अपने साक्ष्य और दलीलें तैयार की हैं। पवन सिंह फिलहाल अपने संगीत और फिल्मों के काम में व्यस्त हैं, जबकि ज्योति सिंह ने कहा है कि वे “अंत तक न्याय की लड़ाई” लड़ेंगी।
निष्कर्ष
पवन सिंह और ज्योति सिंह का विवाद भोजपुरी इंडस्ट्री का सबसे चर्चित मामला बन गया है। बीजेपी नेता बृजभूषण शरण सिंह का बयान यह साफ कर देता है कि अब फैसला कोर्ट ही करेगा, कोई नेता नहीं।


