जम्मू-कश्मीर से एक बड़ी खबर सामने आई है। क्राइम ब्रांच जम्मू की स्पेशल क्राइम विंग (NCW) ने लोगों की शिकायतों के आधार पर तीन अलग-अलग मामलों में धोखाधड़ी और ठगी को लेकर एफआईआर दर्ज की है।
ये मामले ऋण घोटाले, जमीन ठगी और नौकरी रैकेट से जुड़े हुए हैं।क्राइम ब्रांच ने स्पष्ट किया है कि सभी मामलों की गहन जांच होगी और दोषियों को कानून के अनुसार सजा दिलाई जाएगी।
Loan Scam : बैंक मैनेजर और पुलिसकर्मी पर आरोपजम्मू के छन्नी रामा स्थित जम्मू-कश्मीर बैंक शाखा में एक बड़ा ऋण घोटाला सामने आया है।
शिकायतकर्ता के अनुसार,बैंक मैनेजर मुश्ताक अहमद ने कांस्टेबल जावेद इकबाल, कासिम एजाज और बशारत हुसैन के साथ मिलकर साजिश रची।
तीन लाख रुपये का ऋण धोखाधड़ी से वितरित किया गया।पीड़ित महिला के पति के खाते से बिना अनुमति के पैसे काटे गए।क्राइम ब्रांच ने इस मामले में भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 420 और 120-B के तहत केस दर्ज किया है।
यह मामला दिखाता है कि किस तरह बैंक और सुरक्षा विभाग के कुछ कर्मचारी मिलकर आम नागरिकों के साथ आर्थिक धोखाधड़ी कर रहे हैं।
Land Fraud : 17.60 लाख रुपये की ठगीदूसरा मामला जम्मू के गौड़ गांव से जुड़ा है। यहां शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि—आरोपी नरेश कुमार अबरोल और अन्य लोगों ने पांच मरला जमीन बेचने का झांसा दिया।
पीड़ित से 17.60 लाख रुपये लिए गए।बाद में पता चला कि जमीन की डील पूरी तरह फर्जी थी।इस मामले में भी आरोपियों के खिलाफ IPC की धारा 420 और 120-B के तहत एफआईआर दर्ज की गई है।
जमीन से जुड़े धोखाधड़ी के मामले जम्मू-कश्मीर में लगातार सामने आ रहे हैं। यह मामला भी जमीन माफियाओं के बढ़ते नेटवर्क को उजागर करता है।
Job Racket : विदेश में नौकरी के नाम पर ठगीतीसरा मामला सबसे चौंकाने वाला है। यह मामला राजोरी और सोपोर से जुड़ा है।सोपोर निवासी समीर अहमद शेख ने कतर में नौकरी दिलाने का झांसा दिया।
नौकरी के नाम पर 6 लाख रुपये वसूले।पीड़ितों को फर्जी नियुक्ति पत्र और रसीदें दी गईं। जब पीड़ितों ने विरोध किया, तो उन्हें धमकियां दी गईं। क्राइम ब्रांच ने इस मामले में भारतीय न्याय संहिता (BNS) 2023 की धारा 318(4) के तहत केस दर्ज किया है।
यह घटना बताती है कि कैसे बेरोजगारी का फायदा उठाकर फर्जी एजेंट युवाओं को विदेश में नौकरी का लालच देकर ठग रहे हैं।
SSP का बयान : गहन जांच और सख्त कार्रवाईएसएसपी क्राइम ब्रांच जम्मू संजय परिहार ने मीडिया से बातचीत में कहा—सभी तीनों मामलों की गहन जांच की जाएगी। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।लोगों से अपील की गई है कि वे सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को दें।
जम्मू-कश्मीर में बढ़ते धोखाधड़ी के मामलेपिछले कुछ वर्षों में जम्मू-कश्मीर में ठगी और धोखाधड़ी के मामलों में तेजी देखी गई है।लोन स्कैम: कई लोग बिना जानकारी के लोन के जाल में फंसे।
लैंड फ्रॉड : अवैध जमीन सौदों का जाल लगातार बढ़ रहा है।जॉब रैकेट: बेरोजगार युवाओं को विदेश में नौकरी दिलाने का झांसा देकर लाखों की ठगी हो रही है।इन मामलों से साफ है कि आम लोगों को सतर्क रहना बेहद जरूरी है।
कैसे बचें धोखाधड़ी से? (Tips for Public Safety)
लोन से जुड़ी डॉक्यूमेंटेशन खुद चेक करें – किसी भी एजेंट या तीसरे व्यक्ति पर आंख बंद करके भरोसा न करें।
जमीन की खरीद-फरोख्त से पहले वैरिफिकेशन करें – रजिस्ट्री, खसरा-खतौनी और राजस्व विभाग से जमीन की डिटेल जांचें।
नौकरी ऑफर लेटर हमेशा वेरिफाई करें – विदेश में नौकरी दिलाने वाले एजेंट की लाइसेंसिंग और कंपनी का बैकग्राउंड जरूर चेक करें।
पुलिस या क्राइम ब्रांच को तुरंत सूचना दें – किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी छिपाएं नहीं।
निष्कर्ष :
जम्मू क्राइम ब्रांच द्वारा दर्ज की गई ये तीनों एफआईआर इस बात का सबूत हैं कि धोखाधड़ी करने वाले लोग आम जनता को निशाना बनाने में पीछे नहीं हैं। लोन स्कैम, जमीन ठगी और नौकरी रैकेट – ये तीनों ही मामले आम लोगों को सतर्क रहने का बड़ा संदेश देते हैं।
यदि समाज को ऐसे अपराधों से बचाना है, तो नागरिकों को जागरूक होना पड़ेगा और पुलिस प्रशासन को भी ऐसी घटनाओं पर त्वरित कार्रवाई करनी होगी।


