भोजपुरी सिनेमा की दुनिया इन दिनों फिर सुर्खियों में है। पवन सिंह और उनकी पत्नी ज्योति सिंह के बीच बढ़ता विवाद। मामला इतना बिगड़ चुका है कि ज्योति ने सार्वजनिक रूप से सुसाइड की धमकी तक दे दी है। वहीं, इस पूरे विवाद पर अब भोजपुरी सुपरस्टार खेसारी लाल यादव ने खुलकर अपनी बात रखी है। उन्होंने ज्योति का समर्थन करते हुए कहा कि,
“भाभी ने इतना बड़ा अपराध नहीं किया कि उन्हें इस तरह बेइज्जत किया जाए।”
विवाद की पृष्ठभूमि: कहाँ से शुरू हुआ मामला?
कुछ समय पहले, पवन सिंह और ज्योति सिंह के रिश्ते में तनाव की खबरें सामने आई थीं। कहा गया कि राइज एंड फॉल रियलिटी शो में जाने से पहले दोनों के बीच झगड़ा चल रहा था। ज्योति ने पब्लिक में कई बार कहा कि उन्हें भावनात्मक और मानसिक रूप से तोड़ा गया है।
शो से निकलने के बाद भी यह विवाद खत्म नहीं हुआ। बल्कि अब यह और ज्यादा बढ़ गया है। हाल ही में ज्योति ने फिर से एक वीडियो शेयर कर कहा कि वो पवन सिंह के लखनऊ वाले घर मिलने जा रही हैं क्योंकि उन्हें उम्मीद थी कि “पति जरूर मिलेंगे”।
लेकिन जब वो घर पहुँचीं, तो उन्हें अंदर जाने नहीं दिया गया। उन्होंने अपने मोबाइल से लाइव वीडियो कर पूरे हालात फैंस को दिखाए। ज्योति ने बताया कि वहां पहले से पुलिस तैनात थी और उन्हें रोक दिया गया।
ज्योति सिंह का दर्द: “मैं यहीं जान दे दूँगी”
वीडियो में ज्योति फूट-फूटकर रोती दिखीं। उन्होंने कहा – मैं इसी घर में अपनी जान दे दूँगी, मुझे पागल बना दिया गया है। अगर थाने ले जाया गया तो मैं मरकर ही बाहर निकलूँगी।”
उनके इन शब्दों से साफ झलकता है कि वो गहरे मानसिक दबाव में हैं। उन्होंने यह भी कहा कि पवन सिंह ने उनके खिलाफ FIR दर्ज करवाई है और उन्हें लगातार बेइज्जत किया जा रहा है।
खेसारी लाल यादव का बयान: “कितना गिरोगे?”
इस पूरे विवाद में अब खेसारी लाल यादव का नाम भी जुड़ गया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा –
“भाभी का इतना बड़ा अपराध नहीं कि उन्हें इस हाल तक पहुँचा दिया जाए। इंसानियत सब से ऊपर है, और अगर कोई रो रहा है तो उसकी बात सुनी जानी चाहिए।”
खेसारी ने अप्रत्यक्ष रूप से पवन सिंह को निशाने पर लेते हुए पूछा – कितना गिरोगे? यह सब देखकर बहुत दुख होता है।”
उनके इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर फैन्स लगातार रिएक्शन दे रहे हैं। बहुत से लोगों ने खेसारी के बयान की तारीफ की है और कहा कि “किसी महिला को इस तरह से मानसिक रूप से तोड़ना सही नहीं है।”
कानूनी पहलू और पुलिस की भूमिका
सूत्रों के मुताबिक, पवन सिंह ने ज्योति के खिलाफ अनाधिकृत प्रवेश और मानसिक उत्पीड़न से जुड़ी शिकायत दर्ज करवाई है। वहीं, पुलिस का कहना है कि “दोनों पक्षों को शांति बनाए रखने की सलाह दी गई है।”
हालांकि अभी तक किसी पक्ष से आधिकारिक प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं की गई है।
मानसिक स्वास्थ्य का पहलू :
इस विवाद का एक अहम हिस्सा मानसिक स्वास्थ्य भी है। ज्योति सिंह के लगातार भावनात्मक टूटने के संकेत यह दिखाते हैं कि वो डिप्रेशन या स्ट्रेस डिसऑर्डर से जूझ रही हैं।
इस स्थिति में सोशल मीडिया पर अपमान और विरोध की बाढ़ उनकी मानसिक स्थिति को और खराब कर सकती है।
विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे मामलों में परिवार और साथी कलाकारों को सहानुभूति और परामर्श देना चाहिए, न कि ताने या तिरस्कार।
जनता क्या कह रही है?
भोजपुरी दर्शकों में इस मुद्दे पर जबरदस्त बहस छिड़ गई है। कुछ प्रमुख कमेंट्स इस तरह हैं: “खेसारी ने सही कहा, भाभी के साथ गलत हो रहा है।”पवन सिंह जैसे बड़े कलाकार को संयम रखना चाहिए। ये सब इंडस्ट्री की इमेज खराब कर रहा है। वहीं कुछ यूजर्स का कहना है –पर्सनल लाइफ को सोशल मीडिया पर लाना गलत है, कोर्ट में जाकर मामला सुलझाना चाहिए।
राजनीति और इमेज पर असर
ध्यान देने वाली बात यह है कि पवन सिंह अब राजनीति में भी सक्रिय हैं। ऐसे में यह विवाद उनकी पब्लिक इमेज पर सीधा असर डाल सकता है। राजनीतिक विश्लेषक कह रहे हैं कि यह विवाद चुनावी मंचों पर भी मुद्दा बन सकता है।
अगर स्थिति संभाली नहीं गई, तो यह उनके करियर के साथ-साथ सामाजिक छवि को भी गहरा नुकसान पहुँचा सकता है।
निष्कर्ष :
भोजपुरी इंडस्ट्री में पवन सिंह और ज्योति सिंह का झगड़ा एक निजी मामला जरूर है, लेकिन जिस तरह यह पब्लिक प्लेटफॉर्म पर उभरा है, उसने पूरे क्षेत्र में हलचल मचा दी है।
खेसारी लाल यादव का बयान इंसानियत के पक्ष में खड़ा दिखता है, वहीं पवन सिंह की चुप्पी कई सवाल खड़े कर रही है।


